अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन द्वारा चार सूत्रीय मांगों को लेकर मशाल रैली एवं उग्र प्रदर्शन**अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन द्वारा चार सूत्रीय मांगों को लेकर मशाल रैली एवं उग्र प्रदर्शन
*अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन द्वारा चार सूत्रीय मांगों को लेकर मशाल रैली एवं उग्र प्रदर्शन**अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन द्वारा चार सूत्रीय मांगों को लेकर मशाल रैली एवं उग्र प्रदर्शन*
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर जिले में कर्मचारियों ने अपनी चार सूत्रीय जायज मांगों को लेकर एक भव्य मशाल रैली और उग्र प्रदर्शन का आयोजन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला संयोजक व्ही. एस. परिहार, अर्जुन सिंह क्षत्रीय, अरूण तिवारी, धन्य कुमार पाण्डेय, विकास सिंह और रविन्द्र राठौर ने संयुक्त रूप से किया।
मंगलवार शाम 4:00 बजे केरा रोड स्थित कर्मचारी भवन से फेडरेशन से संबद्ध समस्त घटक संगठनों के कर्मचारियों ने सामूहिक मशाल रैली निकालकर सरकार द्वारा किए गए वादों के प्रति नाराजगी जाहिर की। रैली नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरी और कर्मचारियों के आक्रोश का प्रत्यक्ष रूप से प्रदर्शन किया गया।
इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य फेडरेशन की चार प्रमुख मांगों को लेकर शासन का ध्यान आकर्षित करना था, जो इस प्रकार हैं:
*केंद्र के समान महंगाई भत्ता और लंबित डीए एरियर का भुगतान। *चार स्तरीय वेतनमान की व्यवस्था। *केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता 240 दिन के स्थान पर 300 दिन अर्जित अवकाश नगदीकरण की अनुमति।*
इस अवसर पर कर्मचारियों ने शासन की वादाखिलाफी को लेकर तीव्र विरोध प्रकट किया। कर्मचारियों का कहना था कि वे लंबे समय से इन मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
रैली के समापन पर, सभी घटक संगठनों के प्रतिनिधियों ने माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के नाम एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), जांजगीर-चांपा को सौंपा। ज्ञापन में इन लंबित मांगों को शीघ्र पूरा करने और शासन द्वारा किए गए वादों पर त्वरित कार्रवाई की अपील की गई।
रैली में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो आगे 27 सितंबर को जिलें के सभी कर्मचारीगण सामूहिक अवकाश लेकर और बड़े स्तर पर उग्र आंदोलन किए जाएंगे। कर्मचारियों ने कहा कि शासन को अब उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेना होगा, अन्यथा विरोध का दायरा और बढ़ेगा।
इस आयोजन में फेडरेशन से जुड़े विभिन्न संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभी ने एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ जांजगीर-चांपा के पूर्व महामंत्री हरि राम जायसवाल, भुवनेश्वर देवांगन प्रदेश प्रांतीय मंत्री,जिलाध्यक्ष धन्य कुमार पाण्डेय,जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल, जिला सचिव विजय थवाईत, जिला कार्यकारिणी सुखदेव सिंह सिदार,जय तिवारी सहित सभी सदस्यगण उपस्थित थे।
उक्ताशय की जानकारी प्रांतीय मीडिया प्रभारी रविन्द्र द्विवेदी ने दी हैं।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर जिले में कर्मचारियों ने अपनी चार सूत्रीय जायज मांगों को लेकर एक भव्य मशाल रैली और उग्र प्रदर्शन का आयोजन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला संयोजक व्ही. एस. परिहार, अर्जुन सिंह क्षत्रीय, अरूण तिवारी, धन्य कुमार पाण्डेय, विकास सिंह और रविन्द्र राठौर ने संयुक्त रूप से किया।
मंगलवार शाम 4:00 बजे केरा रोड स्थित कर्मचारी भवन से फेडरेशन से संबद्ध समस्त घटक संगठनों के कर्मचारियों ने सामूहिक मशाल रैली निकालकर सरकार द्वारा किए गए वादों के प्रति नाराजगी जाहिर की। रैली नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरी और कर्मचारियों के आक्रोश का प्रत्यक्ष रूप से प्रदर्शन किया गया।
इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य फेडरेशन की चार प्रमुख मांगों को लेकर शासन का ध्यान आकर्षित करना था, जो इस प्रकार हैं:
*केंद्र के समान महंगाई भत्ता और लंबित डीए एरियर का भुगतान। *चार स्तरीय वेतनमान की व्यवस्था। *केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता 240 दिन के स्थान पर 300 दिन अर्जित अवकाश नगदीकरण की अनुमति।*
इस अवसर पर कर्मचारियों ने शासन की वादाखिलाफी को लेकर तीव्र विरोध प्रकट किया। कर्मचारियों का कहना था कि वे लंबे समय से इन मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
रैली के समापन पर, सभी घटक संगठनों के प्रतिनिधियों ने माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के नाम एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), जांजगीर-चांपा को सौंपा। ज्ञापन में इन लंबित मांगों को शीघ्र पूरा करने और शासन द्वारा किए गए वादों पर त्वरित कार्रवाई की अपील की गई।
रैली में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो आगे 27 सितंबर को जिलें के सभी कर्मचारीगण सामूहिक अवकाश लेकर और बड़े स्तर पर उग्र आंदोलन किए जाएंगे। कर्मचारियों ने कहा कि शासन को अब उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेना होगा, अन्यथा विरोध का दायरा और बढ़ेगा।
इस आयोजन में फेडरेशन से जुड़े विभिन्न संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभी ने एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ जांजगीर-चांपा के पूर्व महामंत्री हरि राम जायसवाल, भुवनेश्वर देवांगन प्रदेश प्रांतीय मंत्री,जिलाध्यक्ष धन्य कुमार पाण्डेय,जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल, जिला सचिव विजय थवाईत, जिला कार्यकारिणी सुखदेव सिंह सिदार,जय तिवारी सहित सभी सदस्यगण उपस्थित थे