साहस की नैया और सफलता का यह जंग तो जितनी ही थी
साहस की नैय्या और सफलता ! यह जंग तो जितनी ही थी
*प्रेस क्लब चांपा के प्रतिनिधियों ने बिटिया तनिषी बाजपेयी की कुशल-क्षेम जानने सदर बाजार स्थित धीरेन्द्र बाजपेयी परिवार से की मुलाक़ात ।*
मनुष्य का जीवन तीन शब्दकोश से बना हुआ हैं लेकिन इन शब्दों को आजतक कोई भी नहीं बांच पाया हैं। एक सिरा पकड़ने में दुसरा सिरा छुट जाता हैं । दरअसल जीवन जीने के लिए नहीं बल्कि मनुष्य जीवन को निरोग बनाने के लिए जीता हैं ।
परिस्थितियां कभी-भी इतनी बुरी नही होती हैं कि थोड़ी-सी शारीरिक अस्वस्थता होने पर व्यक्ति निराश हो जाते हैं। दुनिया में ऐसी कोई भी परिस्थिति नहीं हैं जिसे हम अपनी साहस , मेहनत और लगन से तब्दील ना कर दे यही तो एक मौका होता हैं, यह कहानी हैं नगर के कुशल , सफल उद्यमी , महान परोपकारी , समाजसेवी , निराला साहित्य मंडल चांपा के कार्यकारी अध्यक्ष और डीबी वेंचर्स के डायरेक्टर धीरेन्द्र बाजपेयी की अपनी सुपुत्री सुश्री तनिषी बाजपेयी का ! दैनिक राजधानी से जनता तक समाचार-पत्र के संपादकीय लेखक तथा विभिन्न न्यूज़ पोर्टल से जुड़े हुए शशिभूषण सोनी से चर्चा करते हुए भावुक मन से तनीषी ने कही । तनिषी घूमने फिरने की शौकीन हैं और छोटी-सी उम्र में भी अच्छा नास्ता व खाना बना लेती हैं ।
*तनिषी बाजपेयी की जिजीविषा की कहानी ! 14 महिनों के बाद मुम्बई में ईलाज कराने के बाद लौटी तनिषी अब पूर्णतः स्वस्थ नज़र आ रही हैं ।*
शारीरिक अस्वस्थता के चलते सुश्री तनिषी पिछले चार साल से विद्यालय में अध्ययन करने नहीं जा पा रही हैं , इसके बावजूद वह आनलाईन अध्ययन कर परीक्षा दे रही हैं और अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो रही हैं । गौरतलब हैं कि लंबे समय से मुंबई में चल रहे इलाज के बाद स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सपरिवार अपने निवास स्थल सदर बाजार चांपा लौट आए हैं । सुश्री तनिषी बाजपेयी का पिछले 14 महीनों से मुंबई में इलाज चल रहा था ।
*प्रेस क्लब चांपा परिवार ने बाजपेयी निवास पहुंचकर कुशल-क्षेम पूछा और हौसला अफजाई की ।*
उद्योगपति धीरेन्द्र बाजपेयी के मुंबई से वापस लौटने पर प्रेस क्लब चांपा के अध्यक्ष डॉ. कुलवंत सिंह सलूजा, उपाध्यक्ष गौरव गुप्ता , कोषाध्यक्ष विक्रम तिवारी , छत्तीसगढ़ प्रेस क्लब जांजगीर-चांपा के आमंत्रित प्रतिनिधि शशिभूषण सोनी और मार्गदर्शक , शिक्षक एवं साहित्यकार डॉ. रविंद्र कुमार द्विवेदी ने धीरेन्द्र बाजपेयी परिवार एवं बिटिया तनिषी बाजपेयी से मुलाकात कर उनकी कुशल-क्षेम पूछी । प्रतिनिधियों ने तनिषी को गुलदस्ता भेंट कर उनके शीघ्र पूर्ण स्वस्थ होने की कामना की और आशीर्वाद दिया ।
*ख़ुद को संयमित और आत्मविश्वास से लबरेज तनिषी बाजपेयी ।*
शशिभूषण सोनी ने बताया कि जब हम लोग सुश्री तनिषी बाजपेयी से भेंट मुलाक़ात करने उनके निवास स्थल सदर बाजार चांपा पहुंचे तब वह आराम कर लौटी फिर भी शीघ्र मिलने के लिए आ गई । ख़ुद को संयमित और पूरी तरह आत्मविश्वास के साथ हम लोगों के सवाल-जवाब देती रही । उसके चेहरे पर थकान जरुर दिखाई पड़ रहा था इसके बाद भी वह सभी लोगों का बारी-बारी से अभिवादन की । प्रेस क्लब चांपा के सदस्यों ने ढ़ाढस और आत्मविश्वास से लबरेज कर दिया । ख़ुद को संयमित और फिर तरह धैर्य के साथ वह कहती हैं कि मुंबई में ईलाज कराने के दौरान मैं 14 महिने तक रही मेरे लिए हर दिन चुनौती पूर्ण रहा । मुझे चलने-फिरने और दैनिक काम करने में जरुर दिक्कत हुई लेकिन हर परिस्थितियों से मुकाबला करने की मुझे ईश्वर ने शक्ति दी हैं। ईश्वरीय कृपा ही हैं कि विभिन्न विशेषज्ञ डाक्टरों से ईलाज, चेकअप , दवाएं और लोगों से दुवाओं से स्वस्थ होकर मैं लौटी हूं ।
*प्रेस क्लब ने साहस और धैर्य की प्रशंसा की ।*
भेंट-मुलाकात के दौरान प्रेस क्लब के सदस्यों ने बाजपेयी परिवार के साहस और धैर्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की । बिटिया तनिषी बाजपेयी के स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए , उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया । भेंट-मुलाकात अवसर पर धीरेन्द्र बाजपेयी परिवार , बिटिया तनिषी बाजपेयी , नरेन्द्र शर्मा भी उपस्थित थे ।