1983 के जनांदोलन में शहीद हुए राजकरण दुग्गड़ को याद किया गया
*1983 के जनांदोलन में शहीद हुए राजकरण दुग्गड़ को याद किया गया ।*
नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर 24 सितंबर 1983 मे चांपा नगर मे हुए जनांदोलन के दौरान छात्र राजकरण दुग्गड़ की मौत हो गई थी । तब से लेकर अब तक नगरवासियों द्वारा राजकरण दुग्गड़ को भावनात्मक रूप से शहीद मानते हुए हर वर्ष 24 सितंबर को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता हैं इस वर्ष भी राजकरण दुग्गड़ उद्यान मे नागरिकों द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । नागरिकों ने शहीद राजकरण दुग्गड़ की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए छात्र जीवन मे उनकी कुर्बानी को याद किया और दो मिनट का मौन धारण रख श्रद्धांजलि अर्पित किया।
इस अवसर पर जन आंदोलन में जेल जाने वाले मोहम्मद इब्राहिम मेमन ने उन दिनों की घटना को याद करते हुए कहा कि दुग्गड़ के बलिदान के बाद नगर के लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिलना शुरू हुआ । कार्यक्रम का संचालन अनंत थवाईत ने तथा आभार व्यक्त सुधीर बाजपेई ने किया। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष जय थवाईत , कार्तिकेश्वर स्वर्णकार, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप नामदेव, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेश अग्रवाल,पार्षद नागेन्द्र गुप्ता, सुनील साधवानी, गिरधारी यादव , अखिलेश पांडेय,राजीव मिश्रा, संतोष सिंह जब्बल , कृष्णा देवांगन, नरेंद्र ताम्रकार आदि के साथ नागरिक गण उपस्थित थे । कार्यक्रम को लेकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने पालिका के सेवादारों के साथ सुबह से ही उद्यान की साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त की थी । इसके लिए नागरिकों ने पालिका परिवार के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया ।