नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से पिछड़ी जनजाति वर्ग के लिए वरदान साबित हो रही हैं निपद नेल्लानार योजना ।
*नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से पिछड़ी जनजाति वर्ग के लिए वरदान साबित हो रही हैं निपद नेल्लानार योजना ।*
जांजगीर-चांपा / रायपुर । दिनांक 15 सितंबर 2024 प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए नियद नेल्लार योजना चलाई जा रही हैं । इससे क्षेत्रों के विकास में तेजी आई हैं । मूलभूत सुविधाओं का विस्तार हो रहा हैं । नियद नेल्लानार योजना के तहत् स्थानीय लोगों को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए सुरक्षा कैंप खोले गए हैं और इन सुरक्षा कैंपों की पांच किमी की परिधि में आने वाले गांवों में सरकार की 12 कल्याणकारी एवं विकास योजनाओं के अंतर्गत मूलभूत संसाधन जैसें -आवास, पानी बिजली, सड़क , स्कूल आदि सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं । मुख्यमंत्री की इस योजना के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वालों को सार्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सस्ते में खाद्यान्न और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत बस्तर संभाग के 1335 पखवाड़ों को घरेलू गैस सिलेंडर मिल गया हैं , जिससे उनका जीवन सहज और खुशहाल हुआ हैं । नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में 10 हजार 154 परिवारों का राशन कार्ड बनवाया गया हैं , जिससे उन्हें सस्ता खाद्यान्न मिलने लगा हैं । उक्ताशय की जानकारी धनंजय कुमार राठौर संयुक्त संचालक जनसंपर्क संचनालय रायपुर ने जनादेश पोर्टल न्यूज़ के विशेष प्रतिनिधि शशिभूषण सोनी को दी हैं जिसे उन्होंने डॉ रामखिलावन यादव मुख्य प्रबंधक जनादेश पोर्टल न्यूज़-24 को साझा किया ।
राठौर जी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों के भविष्य की चिंता करते हुए बस्तर संभाग में नक्सल आतंक से बंद हुए 42 प्राथमिक शालाओं को फिर से खुलवाया हैं । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के लोगों और नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी टंकी का निर्माण कराकर सोलर मोटर पंप के माध्यम से स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जा रहा हैं । इस तरह राज्य सरकार की नियद नेल्लानार योजना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग क लोगों के जीवन स्तर को उठाने के साथ ही वरदान साबित हो रही हैं ।